मानसून ने छीन ली छह जिंदगियां, 77 लाख गर्क, 85 सडक़ें ठप, 55 ट्रांसफार्मर बंद
मानसून ने आगमन के साथ ही हिमाचल में बादल फटने का खतरनाक सिलसिला शुरू हो गया है और रविवार का चार जगह बादल फटने से भारी तबाही हुई, जबकि पिछले दो दिनों में बरसात ने छह लोगों की जान ले ली है। इनमें से मंडी और शिमला जिला में दो-दो, जबकि हमीरपुर व चंबा जिला में एक-एक मौत हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार हिमाचल में दो दिनों के अंदर 77 लाख रुपए के नुकसान का आकलन है। प्रदेश भर में 85 सडक़ें बंद हैं। इनमें 38 सिरमौर जिला, 32 मंडी, आठ सोलन, दो चंबा, तीन कुल्लू, और एक-एक सडक़ शिमला और कांगड़ा जिला में बंद है। वहीं मंडी जिला में 55 बिजली के ट्रांसफार्मर बंद है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को मंडी के जंजैहली की तुंगाधार, सुजानपुर के खैरी क्षेत्र, रामपुर के सुग्गा और सोलन के अर्की में बादल फटा। रविवार को मंडी जिला की सराज घाटी में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। सराज क्षेत्र के तुंगाधार में बादल फटने से आई बाढ़ में कई वाहन बह गए। बगस्याड़ में भू-स्खलन होने से दो गाडिय़ां और एक मकान मलबे में दब गया। वहीं भू-स्खलन होने से एक मकान के गिरने का खतरा पैदा हो गया है। चैलचौक-जंजैहली मार्ग अवरुद्ध गया है।
नाचन की ज्यूनी खड्ड उफान पर आ गई है। आसपास के नदी-नाले भी उफान पर हैं। कई पेयजल योजनाएं ठप और सडक़ मार्ग अवरुद्ध होने की सूचना है। इसके साथ कुल्लू के मौहल नाले में आई बाढ़ के चलते नरोणी गांव को जाने वाले रास्ते में पार्क किए 12 वाहन पानी में बह गए। नाले में आई बाढ़ से पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। इसके अलावा रामपुर के अंतर्गत सरपारा पंचायत के अंतर्गत सुग्गा नाले में बादले फटने से आई बाढ़ में लोगों की खेती योग्य कई बीघा जमीन बह गई है, तो वहीं एक गोशाला के साथ ही ग्रीन को परियोजना की लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। बाढ़ से गांव के लिए जाने वाली संपर्क सडक़ भी कई जगह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे पंचायत का संपर्क उपमंडल से कट गया है। उधर, सोलन के अर्की में बादल फटा है, जिससे 30 से 35 बकरियां बह गईं। इसी तरह सुजानपुर के खैरी में बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया। हालांकि इससे कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है।
जारी रहेगा बारिश का दौर, हिमाचल में 29 तक यलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल का कहना है कि प्रदेश में आगामी कुछ दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा। लाहुल-स्पीति व किन्नौर जिला को छोडक़र प्रदेश के सभी जिलों में 29 जून तक यलो अलर्ट जारी किया गया है। अलर्ट को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने को कहा है।
दिल्ली-महाराष्ट्र में 62 साल बाद एक साथ आया मानसून
— नई दिल्ली
दिल्ली और महाराष्ट्र में रविवार सुबह मानसून की एंट्री हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक, 62 साल बाद दोनों जगह एक साथ मानसून पहुंचा है। इससे पहले 21 जून ,1961 को दोनों जगह एक ही दिन मानसून दाखिल हुआ था। अगले दो दिनों में मानसून दिल्ली और मुंबई को पूरी तरह कवर कर लेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, देश के करीब 23 राज्यों में अगले चार दिन भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। इनमें झारखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, कोंकण और गोवा, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, पूर्वी राजस्थान, गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, विदर्भ, तटीय कर्नाटक और केरल शामिल हैं।
भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा पर रोक
देहरादून। रुद्रप्रयाग जिला में भारी बारिश के कारण सोनप्रयाग में केदारनाथ यात्रा अगले आदेश तक रोक दी गई है।