आखिर क्यों शूलिनी मंदिर में कीर्तन पर लगा प्रतिबंध और अब कहां हुआ करेगा कीर्तन जाने डीसी सोलन मनमोहन शर्मा ने क्या कहा।।
शूलिनी मंदिर में कीर्तन पर लगा प्रतिबंध लोगों के अपार विरोध के बाद और इस खबर को प्रमुखता से उठाने के बाद हटा लिया गया है और लोगों से निवेदन किया गया है कि वह कीर्तन को ऊपर के फ्लोर मैं कीर्तन कर सकते हैं। प्रथम दृष्टि में यह लगता है कि अगर आदेश को पूर्ण शब्दों के साथ लिखा जाता तो उसका अर्थ वह निकल कर आता जो प्रशासन कहना चाहता है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि लोग जागरूक हैं और उन्होंने इस बात का पुरजोर विरोध किया और मीडिया ने भी इस बात को प्रमुखता से उठाया और लोगों ने अपना अधिकार हासिल किया। आप सभी बंधु जन बधाई के पात्र हैं